नई दिल्ली. विराट कोहली (Virat Kohli) ने सोमवार को भारत के टी20 कप्तान के तौर पर अपना आखिरी मुकाबला खेला. उनकी कप्तानी में भारत ने टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup-2021) के मुकाबले में नामीबिया को 9 विकेट से मात दी. विराट कोहली हालांकि टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाने के कारण निराश दिखे. कोहली पिछले काफी समय से क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी संभाल रहे है. उन्होंने मौजूदा टी20 विश्व कप से पहले ही ऐलान कर दिया था कि इस फॉर्मेट में भारतीय कप्तान के रूप में यह उनका अंतिम टूर्नामेंट होगा.
विराट से मैच के बाद जब पूछा गया कि क्या कप्तानी छोड़ने से उनकी आक्रामकता पर फर्क पड़ेगा तो उन्होंने इसका भी जवाब दिया. नामीबिया के खिलाफ जीत के बाद कोहली से जब आखिरी मैच में कप्तानी को लेकर भावनाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले तो राहत महसूस कर रहा हूं. जैसा कि मैंने पहले कहा कि यह सम्मान की बात है लेकिन चीजों को सही नजरिए से देखना होगा. यह मेरे लिए काम के बोझ का प्रबंधन (Workload Management) करने का सही समय है. पिछले 6-7 साल में हमने जब भी मैदान में कदम रखा तो अच्छे से खेले जिसका शरीर पर काफी असर पड़ता है.’
उन्होंने कहा, ‘हमने टीम के रूप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया. मुझे पता है कि इस विश्व कप में हम ज्यादा आगे नहीं जा पाए लेकिन टी20 क्रिकेट में हमने कुछ अच्छे नतीजे हासिल किए और एक दूसरे के साथ खेलने का लुत्फ उठाया.’ कोहली ने कहा कि अगर पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो मैचों में शुरुआती 2 ओवर अच्छे रहते तो चीजें अलग हो सकती थी. उन्होंने कहा, ‘टी20 क्रिकेट में अगर आप पहले दो मैचों में शुरुआती लगभग 2 ओवर में अधिक जज्बे के साथ खेलते तो चीजें अलग हो सकती थीं. जैसा कि मैंने कहा कि हमने पर्याप्त साहस नहीं दिखाया. हम ऐसी टीम नहीं हैं जो टॉस हारने को बहाना बनाएं.’
33 साल के विराट से जब पूछा गया कि कप्तानी छोड़ने से क्या उनकी आक्रामकता पर असर पड़ेगा तो उन्होंने कहा, ‘नहीं, यह अंदाज तो कभी नहीं बदल पाएगा. हां उस दिन बदल सकता है, जिस दिन मैं क्रिकेट खेलना छोड़ दूंगा.’ उन्होंने बाद में इंस्टाग्राम पर भी एक पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने टीम के साथ एक फोटो भी डाला.

मुख्य कोच रवि शास्त्री और अन्य सपोर्ट स्टाफ के टीम के साथ अंतिम मुकाबले के बाद कोहली ने सभी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ‘इन सभी को धन्यवाद, इन वर्षों में उन्होंने शानदार काम किया और टीम को एकजुट रखा. टीम के आसपास शानदार माहौल रहा. उन्होंने भी भारतीय क्रिकेट में शानदार योगदान दिया है. हम सभी की ओर से उन सभी को धन्यवाद.’
दुबई में खेले गए इस मैच की बात करें तो नामीबिया के 133 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने रोहित की 37 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों से 56 रन की पारी के अलावा लोकेश राहुल (36 गेंद में नाबाद 54, चार चौके, दो छक्के) के साथ उनकी पहले विकेट की 86 रन की साझेदारी की बदौलत 28 गेंद शेष रहते एक विकेट पर 136 रन बनाकर जीत दर्ज की। राहुल ने सूर्यकुमार यादव (19 गेंद में नाबाद 25 रन) के साथ भी दूसरे विकेट के लिए 50 रन की अटूट साझेदारी की. जडेजा (16 रन पर तीन विकेट) को मैन ऑफ द मैच चुना गया. अश्विन ने 20 रन देकर 3 विकेट झटके.