प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान विपक्षी सांसद लगातार ‘मोदी-अदानी भाई-भाई’ के नारे लगाते रहे.
हालांकि बुधवार को लोकसभा की तरह राज्यसभा में भी उन्होंने अदानी मामले का ज़िक्र नहीं किया है.
पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी के शासनकाल में बैंकों के राष्ट्रीयकरण की आलोचना करते हुए अपनी सरकार द्वारा आम आदमी के लिए किए गए कामों को गिनाया.
विपक्षी सांसदों की राज्यसभा में नारेबाज़ी पर तंज़ कसते हुए उन्होंने कई बातें कहीं.
क्या कहा पीएम मोदी ने
“लेकिन यह दूर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कुछ लोगों का व्यवहार और वाणी न सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली है.
माननीय सदस्यों को मैं कहूंगा कि ‘कीचड़ उसके पास था मेरे पास गुलाब, जो भी जिसके पास था उसने दिया उछाल.’
आप जितना कीचड़ उछालेंगे, कमल उतना ज़्यादा खिलेगा.”
‘हमने श्रेय का रास्ता चुना है, ‘प्रिय’ होने का रास्ता नहीं चुना’
पीएम मोदी ने अपनी सरकार द्वारा जनधन खाते खुलवाने की मुहिम का ज़िक्र किया. इसके लिए अपनी सरकार को मिली चुनौतियों को उन्होंने बताया.
उन्होंने अपनी सरकार आने से पहले देश में केवल 14 करोड़ एलपीजी कनेक्शन थे, लेकिन हमारी सरकार ने हर घर को इसका कनेक्शन दिया. आज देश में 32 करोड़ से ज़्यादा घरों में यह सुविधा पहुंच गई है.
उन्होंने हर गांव तक बिजली पहुंचाने के प्रयासों को भी बताया. पीएम मोदी ने पिछली सरकारों को इस दिशा में नाकाम करार दिया. पीएम मोदी ने कहा कि इन सुविधाओं का एक फ़ायदा ये होता है कि इससे लोगों का विश्वास बढ़ता है.