ऊना. हिमाचल के ऊना जिले के मुबारिकपुर में चल रही धर्म संसद में पधारे मुस्लिम समुदाय के खिलाफ जहर उगलने वाले और जमानत पर रिहा यति नरसिंहानंद सरस्वती ने खुद को हिंदू समाज का कुत्ता करार दिया. उसने कहा कि हिंदू समाज में सदियों की परंपरा रही है कि घरों में या गली मोहल्लों में कुत्ते पाले जाते थे. वहीं कुत्ते खतरा आने पर चिल्ला-चिल्ला कर अपने मालिक को और भोजन खिलाने वालों को आगाह करते थे.
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा, “मैं हिंदू धर्म का वही कुत्ता हूं जो वर्तमान परिदृश्य में हिंदू समाज की तरफ बढ़ रहे बड़े खतरे से सचेत करने के लिए चिल्ला-चिल्ला कर लोगों को आगाह करता हूं. लेकिन मेरे इसी चिल्लाने को सदैव विवादित करार देकर हिंदू समाज के उत्थान के लिए उठने वाली आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है.” उसने कहा कि पुलिस द्वारा जारी किया गया नोटिस केवल मात्र उच्चतम न्यायालय के आदेशों पर एक संज्ञान है. दूसरी तरफ धर्म संसद के आयोजक यति सत्देवानंद सरस्वती ने कहा कि पुलिस द्वारा जारी किए गए नोटिस का जवाब दिया जा चुका है.
जिला ऊना के मुबारिकपुर में आयोजित की जा रही धर्म संसद को लेकर पुलिस द्वारा थाना अंब के माध्यम से आयोजकों को नोटिस जारी किया गया है. गौरतलब है कि रविवार से मुबारिकपुर में अखिल भारतीय संत परिषद की तीन दिवसीय धर्म संसद शुरू हुई है.
वहीं इस इस धर्म संसद में अक्सर विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले यति नरसिंहानंद बतौर मुख्य वक्ता हिस्सा ले रहे है. धर्म संसद के पहले दिन के सभी सत्र संपन्न होने के बाद पुलिस ने धर्म संसद के आयोजक यति सत्देवानन्द को नोटिस भेज किसी भी धर्म, समुदाय या जाति के विरुद्ध भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल न करने के निर्देश दिए है.
पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि मुबारिकपुर में आयोजित की जा रही धर्म संसद के संदर्भ में पुलिस को निगरानी के निर्देश मिले हैं. ताकि इस आयोजन में किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि या भड़काऊ भाषण आदि न होने पाए. एसपी ऊना ने कहा कि अभी तक संबंधित आयोजन से पुलिस को किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है, लेकिन फिर भी पुलिस इस पर निगाह रखे हुए हैं.