कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को कहा कि हिंदुत्ववादी (Hindutvawadi) हमेशा नफरत और हिंसा फैलाते हैं और सभी समुदायों को इसकी कीमत चुकानी पड़ती है. उन्होंने कहा कि भारत हिंसा के खिलाफ है और ये अब और नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने 17 से 20 दिसंबर तक हरिद्वार के वेद निकेतन धाम में आयोजित ‘धर्म संसद’ का जिक्र करते हुए ये टिप्पणी की, जहां कथित रूप से एक समुदाय के खिलाफ नफरत भरे भाषण दिए गए थे.
जूना अखाड़ा (Juna Akhada) के यति नरसिंहानंद गिरि ने इस समारोह का आयोजन किया था, जो मुस्लिमों के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने और हिंसा को उकसाने के मामले में पुलिस की जांच का सामना कर रहे हैं. राहुल गांधी ने हैशटैग ‘इंडिया अगेंस्ट हिंदुत्व’ और ‘हरिद्वार हेट असेंबली’ के साथ हिंदी में ट्वीट कर कहा कि हिंदुत्ववादी हमेशा नफरत और हिंसा फैलाते हैं. साथ ही कहा कि हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी कीमत चुकाते हैं, लेकिन अब और नहीं!
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी नफरत और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ये निंदनीय है कि हमारे सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या करने और विभिन्न समुदायों के लोगों के खिलाफ हिंसा फैलाने की बात कहकर वो बच जाते हैं. इस तरह के कृत्य हमारे संविधान और कानून का उल्लंघन करते हैं.
जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि हरिद्वार में धर्म संसद में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को उकसाने के लिए कथित रूप से नफरत भरे भाषण देने के सिलसिले में जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य वक्ताओं ने पिछले हफ्ते के कार्यक्रम में कथित रूप से भड़काऊ भाषण दिए, जिसके कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर देखे गए.
इस महीने की शुरुआत में हिंदू धर्म अपनाकर वसीम रिजवी ने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण त्यागी रख लिया था. हरिद्वार कोतवाली पुलिस के थाना प्रभारी रकिंदर सिंह ने कहा कि गुरुवार को आईपीसी की धारा 153ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई. हरिद्वार के ज्वालापुर निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने भी गुरुवार को हरिद्वार के आयोजन में भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.