नई दिल्ली: कानपुर (Kanpur) में सीनियर आईएएस अधिकारी (IAS Officer) मोहम्मद इफ्तखारुद्दीन के सरकारी आवास में धर्म परिवर्तन (Relegious Conversion) की पाठशाला का वीडियो वायरल हुआ है. अधिकारी के बंगले में जमात लगाने का वीडियो सामने आने के बाद अब ADCP (ईस्ट) सोमेंद्र मीणा इस मामले की जांच करेंगे. शहर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी है.
‘IAS के आवास पर धर्मांतरण
वायरल वीडियो में आईएएस अफसर (IAS Officer) मोहम्मद इफ्तखारुद्दीन के घर पर इस्लाम (Islam) के विद्वानों की महफिल सजी नजर आई. घर पर चल रहे इस आयोजन में इफ्तखारुद्दीन एक धर्म गुरु के साथ कुछ लोगों के सामने इस्लाम धर्म अपनाने के फायदे बता रहे है.
‘इस्लामिक वक्ता को यूपी से बड़ी उम्मीद’
इस वीडियो में दिख रहा इस्लामिक वक्ता अधिकारी के बंगले पर मौजूद लोगों को इस्लाम धर्म कबूल करने के फायदे सुना रहे है. वह कहते है कि इस्लाम मे बहन-बेटियों को जलाया नहीं जाता. वो आगे बोलता है कि अल्लाह ने हमे उत्तर प्रदेश (UP) के तौर पर ऐसा सेंटर दिया है जहां से पूरे देश और दुनिया मे काम कर सकते है. इफ्तिखारुद्दीन भी वहां आए लोगों को इस्लामिक पाठ पढ़ा रहे हैं.
अल्लाह की बादशाहत कायम करनी है: IAS
वीडियो में IAS ये कहते नजर आए कि कि ऐलान करो कि अल्लाह की बादशाहत और निज़ामियात पूरी दुनिया मे कायम करनी है. मुस्लिम वक्ता जब आईएएस के सरकारी आवास में इस्लामिक पाठ पढ़ा रहे थे तब आईएएस इफ्तिखारुद्दीन जमीन पर बैठे थे. वायरल वीडियो में इस्लामिक वक्ता दावा करते है कि पिछले दिनों पंजाब के एक भाई ने इस्लाम कुबूल किया तो मैंने उनको दावत (बुलाया) नहीं दी थी.
कनवर्जन के लिए ‘इस्लाम’ की दावत
वीडियो में इस्लाम अपनाने के लिए कह रहे वक्ता ने कहा, ‘अलबत्ता हम लोग जाते है. तबलीगी जमात करते हैं. पंजाब के भाई ने इस्लाम कुबूल किया तो मैंने पूछा इस्लाम कुबूल क्यों किया तुमने? जिस पर उसने कहा कि बहन की मौत के कारण इस्लाम कबूल किया है. क्योंकि उसको मरने पर जला देंगे. कपड़ा जल गया फिर उसका हाल देखकर मुझे शर्म आई मैं वहां से निकल गया फिर मैंने सोचा कि आज तो मेरी बहन को लोग देख रहे है. मेरी बेटी भी है कल उसको भी लोग देखेंगे मरने के बाद वो भी ऐसे ही जलेगी.फिर मेरे दिल में आया कि इस्लाम से अच्छा कोई धर्म नहीं है. मुझे कुबूल कर लेना चाहिए. ऐसे लोग इस्लाम कुबूल कर रहे है. तो ऐसी-ऐसी चीजें जरिया बन रही हैं लोगों के इस्लाम कबूल करने के लिए.’
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब का हवाला
इस पूरे मामले में IAS इफ्तिखारुद्दीन बाकी के दो वीडियो में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब के बारे में बता रहे है. दूसरे वीडियो में उन्होंने कहा, ‘ऐलान करो कैसे पूरी दुनिया के इंसानो को अल्लाह और रसूल के मिशन को आगे बढ़ाने में लाना है. पूरी जमी पर अल्लाह का निजाम दाखिल होना है. कैसे होगा यहां पर जो इंसान बैठे है. उनको यह काम करना चाहिए. जरूर करना चाहिए नहीं तो अल्लाह इनको पकड़ेगा.’
सीनियर आईएएस मो. इफ्तिखारुद्दीन के वायरल का मामले में अब एडीसीपी (ईस्ट) सोमेंद्र मीणा उस वायरल वीडियो की जांच करेंगे. कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने एडीसीपी को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी है.