अलीगढ़. अलीगढ़ ( aligarh) में शव को लेकर अजीबोगरीब कन्फ्यूजन का मामला सामने आया है. पुलिसवालों ने 60 साल के एक बुजुर्ग लावारिश लाश को मुस्लिम (muslim) मानकर पहले दफनाई फिर उनकी पहचान होने के बाद कब्र से लाश निकलवा कर उसका अंतिम संस्कार कराया.
यह मामला क्वार्सी थाना क्षेत्र का है. यहां के के सुमागम मार्केट के पास 23 नवंबर को 60 साल के एक बुजुर्ग की लाश मिली थी. लाश के सिर पर सफेद रंग की टोपी थी और चेहरे पर लंबी डाढ़ी. इस अज्ञात लाश को पुलिस ने 72 घंटे तक अपने पास रखा, जब इस लाश का कोई दावेदार सामने नहीं आया तो डाढ़ी और टोपी के आधार पर उन्हें मुसलमान समझ कर पुलिस ने 26 नवंबर को आईटीआई रोड के नुमाइश ग्राउंड स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया.
लेकिन शव दफनाने के बाद जब आज यानी 3 दिसंबर को बुजुर्ग की शिनाख्त हिंदू के रूप में हुई. तब कब्र से इस बुजुर्ग की लाश निकलवा कर उसका अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से कराया गया.
दरअसल, शव को दफनाए जाने के बाद क्वार्सी थाना क्षेत्र के विक्रम कॉलोनी में रहनेवाले परिवार ने बुजुर्ग की पहचान ब्रह्मजीत सिंह के रूप में की. ब्रह्मजीत सिंह के परिजनों ने बताया कि वे क्वार्सी स्थित कृषि विभाग में काम करते थे.
परिजनों ने डीएम से गुहार लगाई कि ब्रह्मजीत सिंह का अंतिस संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से किया जाना चाहिए. तब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कब्र से लाश निकलवाने के बाद उसके परिजनों को सौंप दी. तब परिजनों ने हिंदू रीति रिवाज के साथ ब्रह्मजीत सिंह के शव का अंतिम संस्कार किया.