उत्तराखंड के हल्द्वानी में मास्टर प्लान के तहत सैकड़ों लोगों के घर गिराने के विरोध में मंगलवार देर शाम को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रों ने प्रदर्शन किया। छात्रों ने डक पॉन्ड से बाब-ए-सैयद तक विरोध मार्च निकाला।
वह सरकार की नीतियों पर बरसे। छात्र नेता जैद शेरवानी ने करीब 4500 घरों को तोड़ने के आदेश को अन्याय बताया। उन्होंने कहा कि गलत फैसला करने वाले नेस्तनाबूद हो जाएंगे। अडाणी और अंबानी के करोड़ों रुपये सरकार माफ कर सकती है, तो 78 बीघा जमीन को माफ क्यों नहीं किया जा रहा है, जबकि यह लोग हाउस टैक्स देते थे। सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए। छात्र नेता आरिफ त्यागी ने कहा कि हुकूमत मुसलमानों को निशाना बना रही है। उनके ऊपर से छतें छीनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की जो हुकूमत है, जिस अंदाज में काम कर रही है, उसको बदलना होगा, जिस शक्ति के साथ फैसले ले रहे हैं, उसमें नरमी लाने की जरूरत है। इनके अलावा अन्य छात्रों ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया। छात्रों ने नारेबाजी भी की।