सऊदी अरब की हुकूमत अब पूरी तरह से इस्राईल और अमेरिका के चंगुल में फँस चुकी है, अपनी हुकूमत बचाये रखने के लिए सऊदी हुकूमत अमेरिकी पिट्ठू बन कर इस्लाम और मुसलमानों ने खिलाफ ऐसे ऐसे कारनामे अंजाम दे रही है जिसकी अब से पहले कोई उम्मीद भी नहीं कर सकता था, इस्राईल के कहने पर सऊदी सरकार ने तब्लीग़ी जमायत पर पाबन्दी लगायी, वहीं आले सऊद ने इसराइल और संघ से अपनी एक नस्ली बुनियाद पर तब्लीग़ी जमायत को आतंकवाद का जरिया तक करार दे डाला
आले सऊद ने अब हज और उमरा पर जाने वाले अल्लाह के मेहमानों को सज़ा देने की नियत से मंसूबा बना लिया है, पहले सऊदी हुकूमत ने नमाज़ के वक़्त पर कारोबार खोलने का हुकुम दिया, इसके बाद बैतुल्लाह के बाहर लगे स्पीकर जहाँ से अज़ान की आवाज़ सुनायी देती थी तमाम स्पीकर उतार दिए हैं, अब हज और उमरा को लेकर सऊदी अरब की सरकार ने सज़ाऐं, क़ैद और जुर्माना लगाने का एलान कर दिया है, बिना इजाज़त के हज या उमरा या अराफात जाने पर 15 हज़ार जुर्माना देना होगा, बिना इजाजात हाजियों को लेजाने वालों पर 50 हज़ार फ़ी फ़र्द जुर्माना लगाया जायेगा, विदेशियों को बिना इजाज़त हज करने पर सऊदी अरब से निकाल दिया जायेगा, सऊदी हुकूमत की मिनिस्ट्री ने कहा है कि एक उमरा से दूसरे उमरा के बीच दस रोज़ का फ़ासला ज़रूरी होगा जबकि पहले ये होता था कि एक उमरा के वक़्त बार बार तवाफ़ कर सकते थे, अब एक बार तवाफ़ करने के बाद दुबारा तवाफ़ करने के लिए दस दिन का इन्तिज़ार करना होगा उससे पहले आप हरम पाक में दाख़िल नहीं हो सकते, सऊदी हुकूमत ने कहा है कि एक उमरा के फ़ौरी बाद दूसरे उमरा का सहूलत ख़त्म कर दी गयी है, एक उमरा करने के बाद दूसरे उमरा की परमिशन मांगने पर अब सज़ाएं दी जाएँगी
बता दें कि सऊदी अरब के अंदर अब किसी भी स्कूल, कॉलेज, मदरसे, मस्जिद में जिहाद से जुड़ा कोई टॉपिक, हदीस, सबक नहीं पढ़ाया जायेगा, ऐसा करने पर सख्त सज़ा दी जाएगी, वहां अब सिलेबस में संस्कृत, रामायण, महाभारत को शामिल कर लिया गया है, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में कई मंदिरों का निर्माण जारी है, इन सबके आलावा हाल ही में हज के मौके पर सऊदी अरब के रियाद शहर में डांस और सांग के कॉन्सर्ट किये गए, सलमान ख़ान का मेगा शो भी आयोजित किया गया था