नई दिल्ली: अलकायदा ने भारत सरकार के खिलाफ एक बार फिर चेतावनी भरा वीडियो जारी किया है। संगठन के चीफ अयमान अल जवाहिरी का ये वीडियो है जिसमे जवाहिरी ने भारत सरकार के खिलाफ बोला है.
वीडियो में जवाहिरी ने पीएम मोदी और सीएम योगी को दुश्मन बताया। अरब देशों की तरफ से मोदी सरकार के समर्थन का भी विरोध किया। इतना ही नहीं जवाहिरी ने कहा कि जम्मू- कश्मीर से अनुच्छेद 370 का हटना मुसलमानों के मुंह पर तमाचा है। घाटी में जंग को जिहाद बताते हुए जवाहिरी ने लोगों को हथियार उठाने के लिए उकसाया। इससे पहले जवाहिरी ने कर्नाटक हिजाब विवाद को लेकर भी बयान जारी किया था। ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे जाने के बाद अल कायदा की कमान अयमान अल जवाहिरी के हाथ में है।
अल कायदा के वीडियो में क्या ?
पीएम मोदी, योगी के वीडियो का इस्तेमाल कर उन्हें दुश्मन की तरह दिखाया गया है। इतना ही नहीं कश्मीर से 370 हटाने का विरोध करते हुए इसे मुस्लिमों के लिए तमाचा बताया गया है। जवाहिरी ने अरब देशों के मोदी समर्थन का विरोध करते हुए कश्मीर मुद्दे की तुलना फिलिस्तीन से की है। कश्मीर में जंग को जिहाद बताते हुए कश्मीरियों को हथियार उठाने के लिए भड़काया। सीएए प्रदर्शन के दौरान वाला दिल्ली की जामिया हिंसा का वीडियो एडिट कर दिखाया गया है। इसके अलावा हिजाब, CAA विरोध का वीडियो दिखाते हुए संसद हमला, 26/11 हमले का जिक्र किया औऱ तालिबान मॉडल अपनाने की सलाह दी।
भारत के खिलाफ उगला जहर
इस वीडियो में अल जवाहिरी ने कहा की, ‘असम में मुस्लिमों का नरसंहार भारत की मुस्लिम विरोधी नीतियों का उदाहरण है। ये सिर्फ असम तक ही नहीं रुका, दिल्ली में मुस्लिम इलाकों तक भी ये पहुंच गया। जहां मुस्लिमों के घर और संपत्ति को तोड़ा जा रहा है, जलाया जा रहा है। ये अपराध हो रहा है अपराधी भारतीय पुलिस की देखरेख में जिसका नियंत्रण मोदी के हाथ में है।
इन अपराधों का मकसद मुस्लिमों को देश से बाहर करना है। दुनिया में लोकतंत्र के सबसे बड़े केंद्र दिल्ली में शरणार्थी कैंप बने हैं, ताकि मुस्लिमों को जबरन हटाया जाए।इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हिंदूवादी संगठन तैयारी में जुटे हैं।RSS की युवा इकाई और बीजेपी के ज्यादातर नेता इस काम को अंजाम दे रहे हैं। अपराधी मोदी भी इसी संगठन से आते हैं। सिर्फ पुरुषों को ही नहीं RSS लड़कियों को भी ट्रेनिंग दे रहा है। मोदी के आपराधिक इतिहास के बावजूद बाइडेन ने मोदी को अपने सामरिक साझेदार के तौर पर गले लगाया।’