अजमेर: देश में धार्मिक असहिष्णुता अपने चरम पर है आए दिन सोशल मीडिया पर विचलित करने वाले विडियो वायरल हो रहे है किंतु प्रशासन कि नाकामी की वजह से अपराधियों में बिलकुल भी ख़ौफ़ नहीं है. आए दिन अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बेरहमी से मारा पीटा जा रहा है ऐसा ही मामला कल मध्यप्रदेश के इंदौर में देखने को मिला जिसमे एक चूड़ियां विक्रेता मुस्लिम युवक को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्यों की वह सामान बहुसंख्यक समुदाय के इलाके में बेंच रहा था तो क्या अब इस देश में अलग अलग समुदाय के लोगो को अपने ही इलाके तक सीमित होकर आना पड़ेगा ?
ताजा मामला राजस्थान के अजमेर जिले का है जहां पर एक भिखारी को इसलिए पीटा गया है क्योंकि वह गलती से बहुसंख्यक समुदाय की गली में चला गया था तथा वहां पर अपने लाउडस्पीकर को बजा रहा था तभी वहां पर एक हिंदुत्ववादी संगठन का नेता आ जाता है और भिखारी तथा उसके नाबालिक बच्चे के साथ मारपीट करने लगता है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे विडियो में साफ देखा जा सकता है की वह युवक को बेरहमी से पीटता है तथा साथ ही धार्मिक अपशब्द कहकर उसका अपमान करता है. इस दौरान कुछ लोग उसे बचाने की भी कोशिश करते नजर आते है और उसे वापिस उत्तरप्रदेश लौट जाने के लिए कहते है जहां से वह आया था.
किन्तु ललित शर्मा नामक कट्टरपंथी का दिल नहीं पसीजा और फिर से उन्हें मारने पीटने लगता है वह ज्यादातर एक नाबालिक को निशाना बनाते हुए नजर आता है. साथ ही दावा करता है कि यह दूसरे राज्यो से आकर यहां लूट पाट जैसी घटनाओं को अंजाम देते है. पीड़ित को पीटने के बाद उसे वहा से भगा दिया जाता है लेकिन उससे पहले उसे मुर्गा बनाया जाता है साथ ही कहा जाता है कि वह दरगाह परिसर से बाहर नहीं निकले क्यों की यह हमारा इलाका है आपको बता दे की अजमेर में ही विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है जहां रोजाना हजारों जायरीन जियारत करने देश विदेश से आते है.
वायरल हो रहे वीडियो से साफ पता चलता है कि अपराधी धार्मिक हीन भावना से गृषित है क्यों कि उसे मुस्लिम समुदाय के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए साफ देखा जा सकता है साथ ही पिटाई के दौरान वह पीड़ित को पाकिस्तान चले जाने के लिए कहता है.
अभी तक इस मामले के बारे के कोई भी पुलिसिया कार्रवाई के बारे में जानकारी नहीं है हमें जैसे ही प्राप्त होती है अपडेट किया जाएगा