कानपुर। अफगानिस्तान में 15 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा देश छोड़कर भाग जाने तथा इसके बाद तालिबान द्वारा पूरे देश की सत्ता अपने अधिकार में लेने के बाद बहुत सारे घटनाक्रम हुए. इसी बीच आज अफ़ग़ानिस्तान ने अपने देश की 108 वीं वर्षगांठ मनाई और इसी दौरान तालिबान ने देश को नया नाम “इस्लामिक एमिरेट्स ऑफ अफ़ग़ानिस्तान” दिया साथ ही राज में आने के बाद देश के झंडे को भी तालिबान के झंडे से बदल दिया गया. हालाकि कुछ लोग अभी भी देश पर तालिबान के शासन का विरोध कर रहे है जिसमें अफ़ग़ानिस्तान के युवा खिलाड़ी राशिद खान भी है.
जहा अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए वहीं उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने अपने आप को देश का राष्ट्रपति घोषित कर दिया इसी बीच राशिद खान भी विश्व नेताओ से अपने देश को तालिबान से बचाने की गुहार लगा चुके है.
राशिद ने बोला अफगानिस्तान जिंदाबाद
गुरुवार को राशिद खान ने अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर एक फेसबुक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘प्यारे देशवासियो, प्रिय अफगानिस्तान की 102 वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ मुबारक हो। दुनिया के साथ एक शांतिपूर्ण, प्रगतिशील, स्वतंत्र, और प्रतिस्पर्धी अफगानिस्तान की उम्मीद है । अफगानिस्तान जिंदाबाद।’ इस पोस्ट के साथ उन्होंने अपनी एक अफगानिस्तान के राष्ट्रीय झंडे को चूमते हुए एक तस्वीर भी पोस्ट की। देश में तालिबान के कब्जे के बाद राशिद का यह पहला पोस्ट है। इससे पहले वह दुनिया भर के नेताओं से अफगानिस्तान को बचाने की गुहार लगा चुके थे।
लगा चुके थे मदद की गुहार
अफगानिस्तान में शांति की अपील करते हुए दुनिया के नेताओं से राशिद ने कहा था कि वे हिंसा के बीच उनके देश को ”अराजकता” में न छोड़ें। राशिद ने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रिय विश्व नेताओं! मेरा देश अराजकता में है, बच्चों और महिलाओं सहित हजारों निर्दोष लोग हर रोज शहीद हो जाते हैं, घर और संपत्ति नष्ट हो जाती है। हजारों परिवार विस्थापित हो जाते हैं। हमें अराजकता में मत छोड़ो। अफगानों को मारना और अफगानिस्तान को नष्ट करना बंद करो हम शांति चाहते हैं।’