Gujarat News: उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या का आक्रोश देशभर में देखने को मिल रहा है। हत्यारों को सख्त सजा देने के लिए लोग सोशल मीडिया पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इस बीच गुजरात के बनासकांठा प्रशासन से एक फरमान जारी कर दिया है। लोगों से मुस्लिम फेरीवालों से समान नहीं खरीदनो कहा है। हालांकि इंटरनेट पर लेटर पैड वायरल होने के बाद प्रशासन को सफाई देनी पड़ी। कहा कि वाघासन समूह की ग्राह पंचायत के लेटर पैड पर मुस्लिम फेरीवालों से सामान नहीं खरीदने का जो निर्देश दिया गया, वो आधिकारिक नहीं है।
बनासकांठा जिला विकास अधिकारी स्वप्निल खरे ने कहा, जिस शख्स ने वाघासन समूह ग्राम पंचायत के लेटर पैड पर हस्ताक्षर किए हैं। उसके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं है। यह पंचायत वर्तमान में प्रशासक के अधीन है और सरपंच पद के लिए इलेक्शन होना है। उन्होंने कहा कि पत्र निराधार है। किसी को भी इसका पालन करने की जरूरत नहीं है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वायरल हो रहे लेटर पैड में कहा गया है कि वाघासन गांव के दुकानदारों को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या को देखते हुए मुस्लिम फेरीवालों से सामान नहीं खरीदना चाहिए। इस पर पूर्व सरपंच माफीबेन पटेल के हस्ताक्षर और मोहर है। पत्र में आगे लिखा है, यदि कोई दुकानदार मुस्लिम व्यापारियों से सामान लेते हुए देखा गया। तो उसपर 5100 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। वो पैसा गोशाला में दान किया जाएगा। इस लेटर पैड में 30 जून 2022 की तारीख है।
गौरतलब है कि 28 जून को रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने दिनदहाड़े टेलर कन्हैयालाल की हत्या कर दी। दोनों ने कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर हथियार से पहले उनके शरीर पर वार किए। फिर गर्दन काटकर मार डाला। हत्यारों ने घटना के बाद खून से सने हथियार दिखाकर हंसते हुए अपना एक वीडियो जारी किया। इसमें अन्य लोगों को भी गला काटने की धमकी दी गई। पुलिस ने राजसमंद से दोनों को गिरफ्तार किया था।