शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पठान’ पर लगातार बवाल जारी है। मध्य प्रदेश में हिंदू संगठनों के बाद अब मुस्लिम संगठन भी इस फिल्म के खिलाफ खड़ा हो गया है। अब उलेमा बोर्ड ने भी फिल्म पर अपनी नाराजगी जताई है।
मध्य प्रदेश उलेमा बोर्ड ने पठान फिल्म का बायकॉट करते हुए इसे रिलीज ना करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वह इसे राज्य में रिलीज नहीं होने देगा। वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमिटी ने भी ‘पठान’ का विरोध किया है। उनका कहना है कि फिल्म को मध्य प्रदेश तो क्या देशभर में रिलीज नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्म को बदनाम करने की इजाजत किसी को भी नहीं है, फिर चाहे वह शाहरुख हों या फिर कोई और खान।
उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अनस अली ने कहा कि एक फिल्म पठान नाम से बनी है, जिसमें शाहरुख खान एक हीरो हैं, लोग उन्हें देखते हैं, पसंद करते हैं। लेकिन हमारे पास कई जगह से फोन और शिकायतें आई हैं और उन्होंने गुस्से का इजहार किया है कि इस फिल्म के अंदर अश्लीलता फैलाई गई है और इसमें इस्लाम का गलत प्रचार प्रसार किया गया है।
सैयद अनस अली ने ने कहा, ‘यह हमारा हक है। हमारे इस्लाम को, हमारे मजहब को इस तरह से कोई पेश करेगा तो इस पर हम कोई समझौता नहीं करेंगे। कोई इस्लाम को गलत तरीके से पेश करेगा तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम हमारे मजहब का सही तरीका पेश कराएं।’ उन्होंने सेंसर बोर्ड से अपील करते हुए कहा, ‘मैं सेंसर बोर्ड से पुरजोर अपील करता हूं और तमाम भारत के थिएटर वालों से कहना चाहता हूं कि यह फिल्म कहीं लगने न दें। इससे एक गलत मैसेज जाएगा, शांति भंग होगी और इस मुल्क के अंदर जितने मुसलमान हैं उन सब की भावनाएं आहत होंगी और हमारा मजाक बनाया जाएगा। मैं सभी से अपील करता हूं कि यह फिल्म बिल्कुल न देखें।’