प्रयागराज. बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद (Ateeq Ahmed), उनके छोटे बेटे अली अतीक (Ali Ateeq) और पार्टी कार्यकर्ता मोहम्मद असद उर्फ असाद के खिलाफ दर्ज मुकदमे पर राजनीति शुरू हो गई है. 31 दिसंबर को करेली थाने में दर्ज हुए मुकदमे को लेकर एआईएमआईएम उनके बचाव में उतरी है. एआईएमआईएम के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आरिफ इकबाल ने इसको लेकर बीजेपी सरकार पर गम्भीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा है कि पूर्व सांसद अतीक अहमद गुजरात के साबरमती में जेल में बंद हैं, लेकिन बीजेपी सरकार लगातार उनका उत्पीड़न कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि अतीक अहमद के छोटे बेटे अली अतीक मौके पर मौजूद नहीं थे. उसके बावजूद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में सबसे पहले वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. अली अतीक को बचाने के लिए अग्रिम जमानत की अर्जी हाईकोर्ट में दाखिल करेंगे. इसके साथ ही कोर्ट से अरेस्ट स्टे की भी मांग भी करेंगे.
गौरतलब है कि अतीक अहमद उनके बेटे अली अतीक व अन्य के खिलाफ धमकाने, 5 करोड़ की रंगदारी मांगने और जमीन कब्जाने के आरोप में उनके ही रिश्तेदार जीशान ने करेली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. आरिफ इकबाल ने कहा है कि अली अतीक एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली और राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ पूरे प्रदेश में दौरे कर रहे हैं. अली अतीक प्रदेश में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को लेकर सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं, जिससे भारतीय जनता पार्टी को बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है. इसी के चलते बीजेपी सरकार फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर उत्पीड़न कर रही है.
उन्होंने कहा है कि एआईएमआईएम बीजेपी के उत्पीड़न के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी. एआईएमआईएम नेता आरिफ इकबाल ने कहा है कि सरकार नाम और जाति देख कर कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा है कि मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, विजय मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. जबकि माफिया धनंजय सिंह, एमएलसी बृजेश सिंह और राजा भैया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जबकि इनके खिलाफ भी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं.