13 साल की तजमुल इस्लाम (Tajmul Islam) ने दूसरी बार किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप (Kick World Championship) में गोल्ड मेडल हासिल करके इतिहास रच दिया. बांदीपुरा की तमजुल ने काहिरा में चल रही वर्ल्ड चैंपियनशिप (World Kick Boxing Championship) की अंडर-14 कैटेगरी में यह गोल्ड मेडल जीता. फाइनल मुकाबले में उन्होंने अर्जेंटीना की लालिना को मात देने से पहले मेजबान देश की दो दिग्गज बॉक्सर्स को हराया था.
जीत के बाद तजमुल ने ट्वीट करके अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने लिखा, ‘मेरे लिए यह गर्व करने का मौका है. मैंने काहिरा में चल रही वर्ल्ड चैंपियनशिप के अंडर-14 कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता. अब मैं दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी हूं.’ इससे पहले उन्होंने साल 2016 में महज 8 साल की उम्र में किक बॉक्सिंग में पहला वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता था. वह ऐसा करने वाली पहली जूनियर वर्ल्ड चैंपियन थीं.
तजमुल ने दूसरी पर हासिल की कामयाबी
बांदीपुरा के आर्मी स्कूल में पढ़ने वाली तजमुल ने चैंपियनशिप के बारे में बात करते हुए कहा, ‘चैंपियनशिप 18 अक्टूबर को शुरू हुई और 24 अक्बूटर को खत्म, मैंने 22 अक्टूबर को अपना फाइनल मैच खेला. भारत की ओर से इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में 30 खिलाड़ियों ने अलग-अलग कैटेगरी में हिस्सा लिया था.’ तजमुल की इस कामयाबी पर जम्मू और कश्मीर के लेफ्टिनेंट गर्वनर ने उन्हें बधाई दी.
अपनी अकेडमी भी चलाती हैं तजमुल
तजमुल इस्लाम बांदीपुरा के टरकापुरा की रहने वाली हैं. उनके चार भाई-बहन है. तजमुल के पिता घर चलाने के लिए ड्राइवर का काम करते हैं. 13 साल की तजमुल बांदीपुरा में अपनी अकेडमी भी चलाती हैं जहां वह बाकी लड़कियों को भी ट्रेन करती हैं. वह कई राज्य, जिला, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत चुकी हैं. सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली तजमुल का सपना है कि है वह ऑथोपेडिक सर्जन बने. उन्होंने कहा, ‘मै लोगों की हड्डी तोड़ना भी चाहती हूं और जोड़ना भी. मैं हड्डी की डॉक्टर बनना चाहती हूं.’ तजमुल कश्मीर में बेटी बढ़ाओ, बेटी बचाओ की ब्रैंड एंबेसडर भी हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरी मां ने हमेशा मुझे प्रेरित किया है. उन्होंने ही मेरे पिता को राजी किया कि मैं किकबॉक्सिंग करूं.’ तजमुल के पिता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी की उपलब्धियों पर गर्व है.