नई दिल्ली. टी-20 वर्ल्ड कप (ICC T20 WC) के पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ हार ने टीम इंडिया का सारा खेल बिगाड़ दिया है. इस हार का असर न सिर्फ टीम इंडिया के मनोबल पर पड़ेगा, बल्कि सेमीफानल तक का सफर तय करने के लिए भी टीम को जमकर पसीना बहाना पड़ेगा. टीम इंडिया के लिए ये चुनौती मुश्किल नहीं होनी चाहिए. लेकिन बड़े टूर्नामेंट में कई बार कमज़ोर टीमें भी चकमा दे जाती हैं. वैसे भी क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है. यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है. आइए एक नज़र डालते हैं कि सेमीफाइनल (Road To Semifinal) में पहुंचने के लिए टीम इंडिया को क्या करना होगा.
टीम इंडिया टूर्नामेंट के ग्रुप 2 में है. यहां भारत और पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान, न्यूज़ीलैंड, स्कॉटलैंड और नामीबिया की टीमें हैं. इन 6 टीमों में से सिर्फ 2 टॉप टीमों को सेमीफ़ाइनल में एंट्री मिलेगी. यानी सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के लिए हर टीमों को कम से कम 4-5 मैच जीतने होंगे. इसके अलावा नेट रनरेट पर भी मामला फंस सकता है.
भारत के आगे के मैचभारत को अब अपना मैच अगले रविवार को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेलना है. इसके बाद 3 नवंबर को टीम इंडिया की टक्कर अफगानिस्तान से होगी. और फिर पहले राउंड से क्वालिफाई करने वाली दो टीमें- स्कॉटलैंड और नामीबिया से भारत की टक्कर होगी. टीम इंडिया को इन दोनों टीमों के खिलाफ आसान जीत मिल सकती है, लेकिन बाक़ी टीमों के खिलाफ जीत की कोई गारंटी नहीं है.
रास्ता आसान नहींयाद रखिए सिर्फ दो टीमें ही सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगी. यानी टीम इंडिया को न सिर्फ अपने बाकी बचे सारे मैच जीतने होंगे, बल्कि बड़े अंतर से जीतने होंगे. इस ग्रुप में अफगानिस्तान को मिलाकर कुल 4 मजबूत टीमें हैं. ऐसे में दो बड़ी टीमों को बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा.
ग्रुप 2 का मौजूदा हालफिलहाल ग्रुप 2 में पाकिस्तान 2 अंकों के साथ टॉप पर है. 10 विकेट से करारी हार के बाद टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. फिलहाल भारत का नेट रनरेट माइनस में है और वो भी -0.973. ऐसे में आने वाले मैचों में टीम इंडिया को अपना रनरेट भी सुधारना होगा. देखते हैं आगे क्या होता है. साल 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप में भी पहले मैच में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन इसके बावजूद टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई कर गई थी.