इस साल बजट में केंद्र सरकार के द्वारा क्रिप्टोकरेंसी और वर्चुअल संपत्तियों पर 30 फ़ीसदी टैक्स लगाने बाद से क्रिप्टो निवेशकों में निराशा का माहौल था। करीब एक महीने के बाद क्रिप्टो निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्रिप्टो करेंसी की सरकारी निगरानी को लेकर एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे दुनिया के क्रिप्टो निवेशकों की उम्मीदों को दोबारा से जगा दिया है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा हस्ताक्षरित सरकारी आदेश के मुताबिक यूएस की सरकारी एजेंसियां अमेरिका में डिजिटल करेंसी लांच करने की संभावनाओं पर खोज करेंगी। इसके साथ ही क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग से जुड़े जोखिमों जैसे देश की वित्तीय स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा को तो कोई खतरा तो नहीं है इस बात की भी पूरी छानबीन की जाएगी।
क्रिप्टो बाजार में तेजी: 10 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद क्रिप्टो बाजार में तेजी देखने को मिली। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन 10 फीसदी की तेजी के साथ 42,000 डॉलर के स्तर को पार कर गया। हालांकि अन्य कारणों की वजह से बिटकॉइन 11 मार्च को 39000 डॉलर के नीचे आ गया। इसके साथ ही आपको बता दें अन्य बड़ी क्रिप्टो करेंसी एथरियम, टेथर और बीएनबी में भी तेजी देखने को मिली।
भारत में क्रिप्टो निवेशक: मार्केट रिसर्च कंपनी चैनएनालिसिस की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में डेढ़ करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है और भारत दुनिया में दूसरा तेजी से बढ़ता हुआ क्रिप्टो मार्केट है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लोगों ने क्रिप्टो में लगभग 400 अरब रुपए का निवेश किया हुआ है। क्रिप्टो निवेशकों में अधिकतर 25 से 35 साल के युवा ही शामिल है। हालांकि क्रिप्टो के आंकड़ों के पर अभी कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है।
इस साल बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023 में देश की डिजिटल करेंसी लॉन्च करने का एलान किया था। भारत की डिजिटल करेंसी किस प्रकार काम करेगी और यह क्रिप्टो करेंसी से कितनी अलग होगी इस पर कोई भी सूचना सामने नहीं आई है।