हाल ही में राजस्थान के छह जिलों में हुए जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इन चुनावों में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की है और चार जिला परिषदों में बहुमत हासिल किया है। पंचायत चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए अधिकतम दो संतान होने की शर्तों के बावजूद 9 बच्चों वाली एक महिला ने भाजपा के टिकट पर पंचायत समिति सदस्य का चुनाव जीता है। निर्विरोध चुनाव जीतने के बावजूद महिला के खिलाफ नामांकन पत्र में गलत जानकारी देने को लेकर एफआईआर दर्ज किया गया है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार यह मामला जोधपुर जिले के घंटियाली पंचायत का है। घंटियाली पंचायत के दस नंबर वार्ड के पंचायत समिति पद के लिए दो महिला उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था। भाजपा ने नौजी मेघवाल को अपना उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस की तरफ चंपा मेघवाल को उम्मीदवार घोषित किया गया था। कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन खारिज हो जाने के बाद नौजी मेघवाल को विजेता घोषित कर दिया गया। विजेता घोषित किए जाने के बाद भी नौजी मेघवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया।
दरअसल राजस्थान पंचायती राज नियमों के अनुसार साल 1995 के नवंबर बाद जिनकी भी तीसरी या उससे ज्यादा संतान हुई है वह पंचायत का चुनाव नहीं लड़ सकता है। इसी नियम का हवाल देते हुए नौजी मेघवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई जिसमें कहा गया कि नौजी मेघवाल के नौवीं संतान का जन्म नवंबर 1995 महीने के बाद हुआ और उन्होंने चुनाव का नामांकन भरने के दौरान नामांकन पत्र में उसकी उम्र कम बताई। नामांकन पत्र में संतान की उम्र संबंधी गलत जानकारी देने पर नौजी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया।
एफआईआर दर्ज होने के बाद भाजपा उम्मीदवार नौजी मेघवाल के दो पत्र भी सामने आए हैं। एक में उन्होंने खुद को अयोग्य बनाकर इस्तीफे की पेशकश की है और दूसरे में उन्होंने जिले के कलेक्टर को आवेदन देकर इस्तीफा को गलत बताया है। नौजी ने अपने दूसरे पत्र में लिखा है कि अनपढ़ होने की वजह से नेताओं ने उससे जानबूझ कर खाली कागजों पर मुहर लगवा लिए. जबकि उसने शपथ पत्र में अपने नौवें संतान की उम्र सही बताई है। अब जिला प्रशासन ने इस मामले के जांच करने के आदेश दे दिए हैं। जांच के बाद ही नौजी मेघवाल की उम्मीदवारी पर फैसला लिया जाएगा।
राज्य के छह जिलों जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, दौसा और सिरोही के 200 जिला परिषद सदस्यों, 1564 पंचायत समिति सदस्यों के लिए तीन चरणों में हुए मतदान के परिणाम शनिवार को जारी किए गए। इन छह जिलों में जिला परिषद सदस्यों की कुल 200 सीटों में 99 सीटें जीतकर कांग्रेस आगे रही, वहीं भाजपा के खाते में 90 सीटें आईं। आठ निर्दलीय व बसपा के तीन उम्मीदवार भी जिला परिषद सदस्य चुने गए। वहीं छह जिलों में 78 पंचायत समितियों में कुल 1564 सीटों में से 1562 सीटों के लिए परिणाम भी शनिवार को घोषित कर दिए गए। इनमें कांग्रेस ने 670, भाजपा ने 551, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने 40, बसपा ने 11 सीटें जीतीं। वहीं 290 सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे।