गुगल (Google) के सीईओ सुदंर पिचाई (Sundar Pichai) सहित कंपनी के 5 कर्मचारियों के खिलाफ मुंबई पुलिस ने बुधवार 26 जनवरी को कॉपीराइट एक्ट के उल्लंघन से जुड़े एक मामले में FIR दर्ज की है। यह FIR बॉलीवुड फिल्ममेकर सुनील दर्शन ने दर्ज कराई है। सुनील दर्शन (Suneel Darshan) का आरोप है कि गूगल ने एक अनधिकृत व्यक्ति को उनकी 2017 में आई फिल्म ‘एक हसीना थी, एक दीवान था’ को यूट्यूब पर अपलोड करने की मंजूरी दी। इसी को लेकर उन्होंने सुदंर पिचाई सहित गूगल के 5 कर्मचारियों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
बॉलीवुडलाइफ को दिए एक इंटरव्यू में सुनील दर्शन ने कहा, “यह मामला मेरी एक फिल्म (एक हसीना थी, एक दीवान था) से जुड़ा है, जो 2017 में रिलीज हुई थी। इस मूवी को यूट्यूब पर अरबों की संख्या में व्यू मिले हैं। इस पर कॉपीराइट क्लेम करने सहित तमाम कोशिशें कीं। मैंने उन्हें कई ईमेल लिखे, लेकिन उनकी तरफ से जवाब नहीं मिले।”
उन्होंने आगे कहा, “इतने बड़े विशालकाय समूह से कौन मुकाबला करना चाहेगा? मैं टेक्नोलॉजी का पूरी तरह सम्मान करता हूं, लेकिन मरे अधिकारों का पूरी तरह हनन किया गया है। यह मेरा पहला कदम है, जिससे कम से कम इस गलत कार्य की तरफ उनका ध्यान आकर्षित किया जा सके। मैं अपने देश के लीगल सिस्टम का बहुत आभारी हूं।”
सुनील दर्शन ने कहा, “मैं यहां पब्लिसिटी हासिल करने के लिए नहीं कुछ कर रहा है। मैं सिर्फ तथ्यों को सबके सामने रखना चाहता हूं। मेरा इससे ज्यादा कुछ भी इरादा नहीं है। एक फिल्ममेकर के तौर पर और एक कॉपीराइट ओनर के तौर पर, मेरे कुछ अधिकार हैं, जिनका यहां निर्दयता से उल्लंघन किया गया है। अब मैं यहां पर और क्या कर सकता हूं? मैं एक बेबस इंसान हूं।”
बता दें कि 2017 में आई फिल्म ‘एक हसीना थी, एक दीवाना थी’ की पटकथा लिखने के साथ-साथ सुनील दर्शन ने उसे प्रोड्यूस और डायरेक्टर भी किया था। इस फिल्म में शिव दर्शन, नताशा फर्नाडींज और उपेन पटेल ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं। इसके अलावा सुनील दर्शन को इंतेकाम, जानवर, एक रिश्ता, अंदाज और बरसात जैसी फिल्में बनाने के लिए भी जाना जाता है।
सुदंर पिचाई पर यह एफआईआर ऐसे समय में दर्ज हुआ है, जब एक दिन पहले ही भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया है। सुदंर पिचाई के अलावा माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया है।