आगरा. पूरे उत्तर प्रदेश में मलेरिया और डेंगू का प्रकोप है, बड़े और बच्चे सभी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं. इन बीमारियों के चलते एक तरफ तो लोग अपनी सेहत से जा रहे हैं और वहीं दूसरी तरफ ये उनकी जेब पर भी भारी पड़ रहा है. हालात ये हो गए हैं कि आगरा में कभी 50 से 80 रुपये लीटर तक बिकने वाला बकरी का दूध इन दिनों 300 रुपये लीटर से भी महंगा बिक रहा है. कारण है डेंगू और अन्य बुखार में बकरी का दूध काफी फायदेमंद माना जाता है.
चिकित्सक भी बीमारी के दौरान बकरी का दूध पीने की सलाह देते हैं. ऐसे में अब अचानक बकरी के दूध की डिमांड बढ़ चुकी है.
हालात ये हो गए हैं कि अब बकरी का दूध लेने के लिए आगरा के वजीरपुरा, मंटोला, सिकंदरा, ताजगंज और बिजलीघर आदि इलाकों में बकरी पालकों के घरों पर सुबह से लोगों की कतार लग जाती है.
800 रुपये किलो तक पहुंची है रेट
बकरी पालकों ने इस संबंध में बताया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान भी बकरी के दूध की डिमांड तेजी से बढ़ी थी. जानकारी के अनुसार उस दिन दूध की कीमत करीब 800 रुपये तक पहुंच गई थी. एक बार फिर डेंगू और वायरल के आगरा सहित आसपास के जिलों में पैर पसार लेने के बाद बकरी के दूध की कीमत बढ़ने लगी है. अब हालात ये हैं कि कुछ परिजन तो ऐसे भी हैं जो अपने बच्चों को सीधे बकरी पालकों के घर पर आते हैं और वहीं पर उन्हें दूध पिला कर घर ले जाते हैं.
मांग ज्यादा डिमांड कम
बकरी पालकों ने बताया कि दूध का जितना उत्पादन हो रहा है उससे कहीं ज्यादा उसकी डिमांड बनी हुई है. यही कारण है कि लगातार बकरी के दूध के दाम बढ़ रहे हैं. वहीं इस संबंध में एसएन मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर शैलेंद्र चौधरी ने बताया कि बकरी के दूध में कई गुण ऐसे होते हैं जो कि गाय के दूध में नहीं मिलते. डॉक्टर चौधरी कहते हैं कि बकरी का दूध अपनी अलग गुणवत्ता को लेकर के डेंगू रोग में लाभकारी हो जाता है.