बांग्लादेश में हिंदुओं के करीब 20 घरों को आग लगाए जाने की खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कथित ईशनिंदा वाली पोस्ट को लेकर ये हिंसा भड़की है। हिंदुओं के 66 मकानों में तोड़फोड़ भी की गई है।
ये हमला ढाका से करीब 255 किलोमीटर दूर एक गांव में रविवार देर रात हुआ है। जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कमरुज्जमां ने बताया है कि गांव के एक युवा हिंदू व्यक्ति की एक फेसबुक पोस्ट में ‘धर्म का अपमान’ करने की अफवाह फैली थी, जिसके बाद तनाव बढ़ गया और पुलिस मछुआरों की एक कॉलोनी में पहुंच गई।
पुलिस उस व्यक्ति के घर के चारों ओर पहरा दे रही थी, तभी हमलावरों ने आसपास के घरों में आग लगा दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दमकल सेवा को रात 8.45 बजे ये सूचना मिली कि इलाके में आग लग गई है और सुबह 4.10 बजे इस आग पर काबू पा लिया गया।
अभी मरने वाले लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर हमलों और सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में दर्जनों लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।
ये आगजनी ऐसे समय में हुई है, जब बांग्लादेश के चटगांव डिवीजन के कुमिला में एक दुर्गा पूजा स्थल पर ईशनिंदा की कथित घटना के बाद सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया था। इस वजह से यहां के कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए और पुलिस के साथ झड़प हुई।
बता दें कि बांग्लादेश में कई दिनों से सांप्रदायिक हिंसा जारी है। ऐसे में कट्टरपंथी लोग हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। बांग्लादेश हिंदू बुद्धिस्ट क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल ने आरोप लगाए हैं कि चांदपुर और नोआखाली में हमलों में कम से कम 4 हिंदू श्रद्धालुओं की मौत हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, ये झड़प तब शुरू हुई, जब कुरान की एक प्रति को कमिल्ला जिले में एक हिंदू मंदिर में लगी प्रतिमा के पैर के पास रखे जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर दिखीं। इसके बाद से पूरे बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंसा जारी है।