भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल साउथ अफ्रीका में है, जहां वह टेस्ट सीरीज खेल रही है. सभी भारतीय फैंस की नजरें इसी टेस्ट सीरीज पर लगी हैं. वहीं भारत के जूनियर क्रिकेटर भी इस वक्त एक्शन में हैं और अंडर-19 विश्व कप की तैयारियों में जुटे हैं.
इसी तैयारी के तहत भारतीय अंडर-19 टीम संयुक्त अरब अमीरात में अंडर-19 एशिया कप खेल रही है. यूएई के खिलाफ जीत और पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद भारतीय टीम सोमवार 27 दिसंबर को अफगानिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरी. अफगानिस्तान ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 4 विकेट खोकर 259 रन बनाए. भारतीय टीम की गेंदबाज इस मुकाबले में ज्यादातर वक्त अच्छी रही, लेकिन अफगानिस्तान का एक बल्लेबाज भारतीय बॉलरों पर टूट पड़ा और छक्कों की बरसात कर दी.
दुूबई की आईसीसी एकेडमी में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में भारत और अफगानिस्तान की टीमें सोमवार को टकराईं. पहले बल्लेबाजी की अफगानिस्तान ने. भारत ने कसी हुई शुरुआत की और पहले 19 ओवरों में सिर्फ 63 रन देते हुए 2 विकेट हासिल कर लिए थे. 29वें ओवर तक अफगानिस्तान ने सिर्फ 101 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे. अफगानिस्तान को बड़ी पारियों की जरूरत थी और कप्तान सुलिमान सफी ने इजाज अहमद अहमदजई के साथ टीम को संभाला और 88 रनों की साझेदारी कर डाली. सुलिमान 86 गेंदों में 73 रन बनाकर आउट हुए. उन्होंने 7 चौके और 1 छक्का ठोका. उन्हें तेज गेंदबाज राज्यवर्धन हंगर्गेकर ने आउट किया.
1 ओवर में 27 रन, पारी में 7 छक्के
सुलिमान के विकेट के बाद भारतीय गेंदबाज के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हुआ और उन्हें निशाना बनाया इजाज अहमद ने. 18 साल के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने आखिरी ओवरों में भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए खूब छक्के कूट दिए. इस युवा बल्लेबाज ने खास पारी के आखिरी ओवर में हंगर्गेकर को खूब मार लगाई. इस ओवर में इजाज ने 3 छक्के उड़ाए, जबकि उनके साथी खैबर वली ने भी चौका जमाया और ओवर से 27 रन लूट लिए. इजाज अहमद ने सिर्फ 68 गेंदों की अपनी पारी में 86 रन ठोक दिए. इस दौरान उन्होंने 7 छक्के और 1 चौका भी उड़ाया. इजाज के अलावा खैबर वली ने भी 12 गेंदों में 20 रन बटोरे.
हंगर्गेकर पर भारी पड़ा आखिरी ओवर
आखिरी ओवरों के इस हमले के दम पर अफगानिस्तान अंडर-19 टीम ने 259 रन का स्कोर खड़ा किया. युवा भारतीय पेसर हंगर्गेकर के लिए ये मुकाबला ज्यादा अच्छा नहीं रहा और 27 रनों वाले ओवर के कारण अपने 10 ओवरों में उन्होंने 74 रन खर्च कर डाले, जबकि सिर्फ 1 सफलता उनके खाते में आई. वहीं विकी ओस्टवाल (1/35) और कौशल तांबे (1/28) भारत के लिए सबसे असरदार गेंदबाज साबित हुए.